Wednesday, December 31, 2008


नया साल मुबारक हो



सबकी थाली में खाना हो

हर रसोई में चूल्हा जलता रहे

किसी की जेब खाली न हो

खुशी और पकवान सबके नसीब में हो

इसी चाहत के साथ

भोजन भट्ट

Saturday, December 27, 2008



भूखी महाशक्ति -सड़ता अनाज
पिछली एक पोस्ट में पंजाब में सरकारी खरीद के गेंहू के खुले आसमान के नीचे सड़ने का ज़िक्र किया था
चंडीगढ़ से प्रकाशित 'ट्रिब्यून' में चितलीन सेठी ने लिखा है
सरहिंद जिले में सड़ता यह अनाज पंजाब कृषि उद्योग निगम द्वारा हजारों टन कीखरीद का है और इस मौसम में खुले में सड़ गया है
राज्य में कुछ स्थानों पर इस वर्ष मई में ख़रीदा अनाज यह खुले में चबूतरों पर रखा हुआ था
कोटला भाई के गांव और डेरा मीर गांव में हजारों टन खरीद में कीडे लग गए हैं .
पंजाब राज्य में लाखों टन की खरीद, परिवहन और गेहूं के भंडारण के अभाव में नष्ट हो जायेगी .
कोटला भाई के गाँव में 16,000 टन गेहूं खुले में रखा है
इस सत्र में (2008-2009) की खरीद किया गेहूं चबूतरे पर एक लकड़ी के बक्से में stacked हैं.
तिरपाल से पूरी तरह ढँक न पाने से दीमक लग गई है
डेरा मीरा मीर गांव में गेहूं की 11,000 टन भंडारित है.
इस गेहूं का एक बड़ा हिस्सा पिछले मौसम में खरीदा था.
इस में से अधिकांश गेहूं का ताजा स्टॉक कीड़े (susri) और कवक से पीड़ित है.
इसके अलावा कीटनाशकों के साथ समय पर इलाज नहीं किया गया.

एमडी, पंजाब कृषि उद्योग निगम, एस के संधू ने कहा कि अधिकारियों की एक टीम को गांवों में कल नुकसान की सीमा की रिपोर्ट के लिए भेजा जाएगा. "मामले में जिम्मेदारी तय होगी और कार्रवाई होगी " उन्होंने कहा.
आगामी महीनों में इस समस्या के और बढ़ने की सम्भावना है
यह हाल है महाशक्ति बनने का सपना देखने वाले देश का
जहाँ आधी से ज़्यादा जनता बीस रुपये से कम में जीने पर मजबूर है
वैसे भी बीस रुपये में एक किलो आटा तो नहीं मिलता

Monday, December 1, 2008

आज भोजन भट्ट की रसोई बंद है
चूल्हा चौका उल्टा है
दिल उखड गया है
न खाने के बारे में सोचने की इच्छा होती है
न किसी होटल रेस्तरां के बारे में लिखने की
मुंबई के इन विनाशकारी हमलों से भोजन व्यापार का बुरा हाल हो गया है
मीडिया से ओबेरॉय /ताज/trident होटलों के कर्मचारियों के काम के दौरान शहीद हो जाने के समाचार मिले हैं
उनकी स्मृति को नमन
आतंकवादियों द्वारा शेफ्स से sandwich बनाने को कहना और फ़िर खाने के बाद उन्हें लाइन में खड़ा कर गोली मारने की भी ख़बर मिली है
अपने फ़र्ज़ को निभाते शहीद हुए कर्मियों को प्रणाम
CST रेल स्टेशन पर कैंटीन चलाने वाले घायल मालिक और उनके सहयोगियों के जल्द काम पर वापस आने की कामना के साथ
लेकिन टाईम्स ऑफ़ India समूह की सबीना सहगल सैकिया तो अब कभी वापस नहीं आयेगीं
सत्रह साल पहले भोजन भट्ट की परम्परा की नींव डालने वाली संपादिका के यादें ही उनके सहकर्मियों व् पाठकों के पास बाकी बचेंगीं
भोजन भट्ट का सलाम