Thursday, July 10, 2008


एअरपोर्ट पर लूट

पहले अच्छी ख़बर

जैसे ही आप नए बंगलोर एअरपोर्ट की आलीशान ईमारत से बाहर निकलेंगे

आपको लाल रंग की एसी वोल्वो बसों की कतार दिखेगी

BMTC की 'वायु वज्र' सेवा की ये बसें १५०/१२५/१०० रुपये में बंगलोर के किसी भी कोने में पहुँचा देंगी

आपके घर के सामने वाली सड़क तक

ररत दिन चलने वाली इन बसों में conductor हाथ में सिंप्यूटर लिए रहता है ,बस में ही टिकट का printout निकाल देता है

बसों में ऍफ़ एम् संगीत और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा है

खास बात यह कि आप इन्टरनेट पर इसकी अडवांस बुकिंग कर सकते हैं,सीट चुन कर हवाई जहाज की तर्ज़ पर

खुशी होती है कि कोई सरकारी संस्थान इतना अच्छा कम कर रहा है

BMTC मुनाफा कमाने वाली सरकारी संस्था है

लेकिन एअरपोर्ट के अन्दर, बाहर बुरा हाल है

एअरपोर्ट शहर से करीबन ४० किलोमीटर दूर है

तीन घंटे विमान में बैठने के बाद भूख लगी

सस्ती एयरलाइन्स खाने को भी कुछ नहीं देतीं

सोचा काफी पी ली जाए

एअरपोर्ट के बाहर 'कैफे काफी डे' की अकेली दुकान थी

सबसे सस्ती काफी ५० रुपये की थी,ब्लैक काफी

अगली वाली ६५ रुपये की ,एक समोसा साथ में लिया

बिल १०५ रुपये का आया

पेट क्या भरता ,जेब कट गई


ऊपर पहली तल पर फास्ट फ़ूड रेस्तरां में देखा

एक प्लेट इडली ९० रुपये की थी

बम्बइया पाव भाजी का भी दाम ९० रूपया था

आगे दूसरा रेस्तरां इस से भी महंगा था

शायद किराये में बढ़त के बाद मध्य वर्ग को हवाई यात्रा की इजाज़त न मिलें

जिन लोगों को दफ्तर के काम से आना जाना पड़ता है

वो क्या करें

शायद पुराने ज़माने की तरह पूरी भाजी ,मठरी बाँध कर ले जाने के दिन आ गए

पुराने HAL एअरपोर्ट पर काफी ५-१० रुपये वेंडिंग मशीन में मिल जाती थी

शायद प्रगति हमेशा सुखदाई नहीं होती

Tuesday, July 8, 2008


बुखारा/समरकंद/ अफगान /पेशावरी

पहली नज़र में भारत के पड़ोसी देशों के शहरों की लिस्ट लग सकती है

पर यह लिस्ट है अलग अलग शहरों के frontier/पठान भोजन के अच्छे रेस्तरां की

दिल्ली का बुखारा इन सबका बादशाह है

कहते हैं कि बिल क्लिंटन और पुतिन साहब बहुत कम बातों पर एकमत थे

वे सहमत थे कि दुनिया में सबसे लज़ीज़ हिन्दुस्तानी खाना बुखारा में मिलता है

चाहे वह रात भर पकने वाली दाल बुखारा हो या तंदूर में पकी सिकंदरी रान हो

मुर्ग मलाई कबाब और तंदूरी झींगा भी नहुत मशहूर है

दुनिया के कई राष्ट्राध्यक्ष एक दिन दिल्ली में और रुकने के लिए तैयार रहतें हैं

बशर्ते उन्हें बुखारा में दावत दी जाए

दुनिया के ५० बेहतरीन होटलों में इसकी गिनती होती है

एक बार भोजन भट्ट को भी यहाँ जाने का मौका मिला था

२ घंटे के इंतज़ार के बाद बैठने कि जगह मिली

बड़े खानसामा लोग तंदूर में मुर्ग लगाते दिख रहे थे

छोटे स्टूल और नीची मेज, छुरी कांटे नही मिलतें ,हाथ से खाइए

इतना विशाल और मुलायम पनीर टिक्का कहीं और नही मिला

दाल बुखारा टमाटर के रंग और स्वाद से सजी थी

लेकिन सादी दही का रायता ३५० रुपये प्लेट मिलता होगा ,इसकी कल्पना नही की थी

शायद यह दिल्ली में ही सम्भव है

इसके बाद कई बार मिलते जुलते नामों वाले होटलों में गया पर वह स्वाद कहाँ

हाल में बंगलोर के इन्फंट्री रोड पर गेम प्लाजा में बने 'समरकंद' ने याद ताज़ा कर दी

उज्बेगिस्तान का समरकंद,तैमुर खान और चंगेज़ खान के नाम से जाना जाता है

शायद वहां से तंदूर में कबाब बनाने की शुरुआत हुई हो

हमने पनीर टिक्का और माही अफगानी से शुरुआत की

पनीर टिक्का अच्छा था ,दो लोग एक प्लेट नही खा पाये

माही अफगानी असल में तंदूर में पकी बेटकी मछली थी

पूछा क्या समरकंद में मछली मिलती होगी

जबाब था कि चंगेज़ खान के लिए अरल के समुद्र से लाते थे

मित्रों को काफी भाई ,कुछ भी प्लेट में नहीं बचा था

दाल मखनी और और तंदूरी सब्जी ठीक ठाक थी

रेस्तरां लंच के समय भरा था

पेट भी काफी भर गया था

मीठा पान खाकर आ गए

फिरनी/कुल्फी अगली बारी

चित्र साभार

Wednesday, July 2, 2008

Rotting food :hungry people
Over 10 lakh (1 million) tonnes of food grains worth several hundred crores of rupees, which could have fed over one crore hungry people for a year, were damaged in Food Corporation of India godowns during the last one decade.

The damages were suffered despite the FCI spending Rs 242 crore (Rs 2.42 billion) while trying to prevent any loss of food grains during storage. Ironically another 2.59 crore was spent just to dispose off the rotten food grains.

It comes at a time when a United Nations report has claimed that 63 per cent children in India go to bed without any food.

The FCI informed that 183,000 tonnes of wheat, 395,000 tonnes of rice, 22 thousand tonnes of paddy and 110 tonnes of maize were damaged between 1997 and 2007.

Information courtesy :rediff.com

Tuesday, July 1, 2008


बिटिया रानी की किताब

बिटिया रानी को ड्राइंग का शौक है
अमूमन सब बच्चों को बचपन में होता है
लेकिन भोजन भट्ट के घर का हाल देख कर उन्होंने शौक में तबदीली की
जिस घर में दिन रात टी.वी. पर खाना खजाना जैसे प्रोग्राम चलते हों
जहाँ किताबों और पत्रिकायों के नाम पर कुक बुक्स का संकलन किया जाता हो
जिनका सारा ध्यान बाज़ार में खरीदारी करते समय अगले दिन के मेनू पर रहता हो
जिस घर में शारुख खान की जगह संजीव कपूर के केश विन्यास पर डिस्कशन होता हो
वहां क्या किया जाए
बच्चों वाली ड्राइंग बुक छोड़ कर पापा के साथ मिलकर एक कुक बुक बनाई गई
जिसमें घरेलू पसंदीदा रेसिपेस का समावेश था
कलाकारी के नाम पर उनकी कूंची के कारनामे थे
पूरी किताब http://popanddaughtercookitupformom.blogspot.com/ पर है
उसी किताब से
आसान पुडिंग

चाहिए : 1 मारी बिस्कुट का पैकेट
I कस्टर्ड का पैकेट
सजाने के लिए चॉकलेट सॉस और जेम्स

तरीका : पैक पर लिखे निर्देश से १/२ पैकेट कस्टर्ड बनाये
एक बर्तन में आधे पक्के बिस्कुट तोड़ कर डालें
आधी कस्टर्ड उसके ऊपर डालें
उसके ऊपर बचे बिस्कुट
उसके ऊपर बची कस्टर्ड डालें
माइक्रोवेव में एक मिनट पकाएं
ऊपर से जेम्स और चॉकलेट सॉस डाल कर सजाएँ
पुनश्च
सुना है कि संजीव कपूर २४ घंटे चलने वाला 'फ़ूड चॅनल' टी.वी. पर लाने वाले हैं
बाप बेटी नौकरी के लिए आवेदन करेंगे
मीडिया के दोस्तों से सिफारिश की दरकार है