Monday, December 1, 2008

आज भोजन भट्ट की रसोई बंद है
चूल्हा चौका उल्टा है
दिल उखड गया है
न खाने के बारे में सोचने की इच्छा होती है
न किसी होटल रेस्तरां के बारे में लिखने की
मुंबई के इन विनाशकारी हमलों से भोजन व्यापार का बुरा हाल हो गया है
मीडिया से ओबेरॉय /ताज/trident होटलों के कर्मचारियों के काम के दौरान शहीद हो जाने के समाचार मिले हैं
उनकी स्मृति को नमन
आतंकवादियों द्वारा शेफ्स से sandwich बनाने को कहना और फ़िर खाने के बाद उन्हें लाइन में खड़ा कर गोली मारने की भी ख़बर मिली है
अपने फ़र्ज़ को निभाते शहीद हुए कर्मियों को प्रणाम
CST रेल स्टेशन पर कैंटीन चलाने वाले घायल मालिक और उनके सहयोगियों के जल्द काम पर वापस आने की कामना के साथ
लेकिन टाईम्स ऑफ़ India समूह की सबीना सहगल सैकिया तो अब कभी वापस नहीं आयेगीं
सत्रह साल पहले भोजन भट्ट की परम्परा की नींव डालने वाली संपादिका के यादें ही उनके सहकर्मियों व् पाठकों के पास बाकी बचेंगीं
भोजन भट्ट का सलाम

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